शनिवार, 7 नवंबर 2009

न्यूज़ 24 हिन्दी के शरद जोशी को नहीं जानता?

प्रभाष जी नही रहे. सारे समाचार पत्रों व टीवी चैनलों ने प्रभाष जी को श्रद्धांजलि अर्पित की . हिन्दी टी वी चैनल न्यूज़ 24 पर भी प्रभाष जी पर एक श्रद्धांजलि दिखाई गयी, जिसमे बताया गया था कि प्रभाष जी ने नई दुनिया इन्दोर से पत्राकारिता प्रारम्भ की तथा इनके समकालीन राजेन्द्र माथुर व शरद जोशी जी थे.

कौन थे ये शरद जोशी ? हिन्दी का कोई भी आम पाठ्क शरद जोशी के नाम् से परिचित है, जिनके व्यंग्य लेख अत्यन्त लोकप्रिय रहे.

न्यूज़ 24 'शरद जोशी' को तो जानता है , परंतु हिन्दी वाले शरद जोशी को नहीं बल्कि महाराष्ट्र के किसान नेता ,शेतकारी संगठन के अध्य़क्ष शरद जोशी को . क्यों कि प्रभाष जी से सम्बन्धित उक्त श्रद्धांजलि में नाम तो हिन्दी वाले शरद जोशी का लिया गया पर तस्वीर दिखाई गयी किसान नेता शरद जोशी जी की.

प्रभाष जी व शरद जी ( हिन्दी वाले) दोनों की आत्माओं ने एक करवट ज़रूर ली होगी, न्यूज़ 24 देखकर .


पर क्या न्यूज़ 24 को इस गलती का एहसास है?जाने भी दो यारो....

7 टिप्‍पणियां:

सुनीता शानू ने कहा…

क्या लिखें बड़ी अजीबोगरीब गलतियां हो जाती है कभी-कभी।

अजीत अंजुम ने कहा…

अरविंद जी ,
इस गलती के लिए मैं न्यूज 24 की तरफ मांगी मांगता हूं . न्यूज 24 के संपादक के नाते जिम्मेदारी मेरी है , लेकिन किसी जूनियर ने एडिट कराते वक्त ये तस्वीर लगा दी . चैनल की मुश्किल ये होती है कि कई टेलीकास्ट के बाद गलती का पता चलता है . तब तक देर हो चुकी होती है . मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि कल दिन भर में कम से कम दो घंटे हमने प्रभाष जोशी के बारे में खबरें दिखाई . शाम को साढ़े सात बजे बहुत याद आएंगे प्रभाष जी के नाम से आधे घंटे का कार्यक्रम दिखाया . सुबह 6 बजे से लगातार हम खबरें दिखा रहे थे . मैं खुद कई घंटे प्रभाष जी के घर पर था .आज भी हमने आधे घंटे का कार्यक्रम दिखाया . न्यूज 24 ने इस महान पत्रकार को श्रद्धांजलि देने में कोई कोताही नहीं वरती , फिर भी एक गलती हो गई . माफी चाहता हूं

सुनीता शानू ने कहा…

अजीत जी बिलकुल सही फ़रमा रहे हैं, इसमे चैनल की क्या गलती? वैसे भी २४ चैनल बहुत ही सक्रीय रहा है। इस प्रकार की गलती नही होती मगर हो गई। आप इस पोस्ट को हटा लीजिये..हम सब की तरफ़ से बाबा को यही श्रद्धांजली समर्पित होगी।

अनूप शुक्ल ने कहा…

गिरिराज किशोर जी के लिये बहुत लोग आचार्य गिरिराज किशोर कह जाते हैं। इसकी शिकायत भी गिरिराजजी करते हैं। अनजाने में ये हो गया होगा जैसा अजीतजी ने कहा। मटियाइये।

मसिजीवी ने कहा…

तत्‍काल प्रतिक्रिया देखकर अच्‍छा लगा... स्‍वीकार कर लेना और भी अच्‍छा। कृपया पोस्‍ट हटाएं न... इसलिए नहीं कि चैनल की कमी दिखाए रखनी है वरन इसलिए कि इससे ब्‍लॉग माध्‍यम की उपयोगिता सामने आती है तथा समाचार संपादक का जिम्‍मेदाराना रवैया भी दिखता है... आपका तथा अजीतजी का आभार।

डा.अरविन्द चतुर्वेदी Dr.Arvind Chaturvedi ने कहा…

अजीत अंजुम की टिप्पणी से मुझे संतोष है. ज़ाहिर है इस प्रकार की गलतियां जान-बूझ कर नहीं बल्कि ज़रा सी लापरवाही से ही होती हैं.

मैने न्यूज़ 24 ही नहीं वरन अन्य माध्यमों में हुई इस प्रकार की भूलों पर पहले भी ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया है अत: ये कदापि न समझा जाये कि इसका कोई अन्य उद्देश्य था. अजीत अंजुम व न्यूज़ 24 से जुड़ी कई अन्य शख्सियतों से मेरा पुराना परिचय रहा है .

माफी मंगवाना भी उद्देश्य नहीं है, यह अजीत जी का बडप्पन ही कहा जायेगा जो उन्होने तुरंत प्रतिक्रिया दी और भूल सुधार कर ली.

कई अर्थों में मैं भी पत्रकारिता से जुड़ा रहा हूं अत: इस प्रकार की टिप्पणियां करना अपना कर्तव्य भी समझता हूं.

प्रभाष जी पर सारगर्भित कार्यक्रम हेतु न्यूज़ 24 को धन्यवाद.

बेनामी ने कहा…

ajit anjum jansatta ke pathak hi nahi balki jansatta ke lekhak bhi hai .yah bhi janana chahiye ki ve prabhash ji ke padosi bhi hai .jansatta ke ek ek patrkaar kon ve jante hai aur usi parivaar ka hissa rahe hai .
ek ki galti ke liye pure chanal ko dosh na de .jansatta me to humare sathi ne vidhaansabha ko galti se beimaan sabhalikh diya tha .